लखनऊ। देश में व्यापक जनाधार को आतुर बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने रविवार को यहां पदाधिकारियों के साथ बैठक कर आगे की तैयारियों के लिए जरुरी दिशा-निर्देंश दिये। उत्तर प्रदेश को छोड़ कर देश भर के पदाधिकारियों के साथ हुई बैठक में विभिन्न प्रदेशों और देश की राजनीतिक स्थिति की भी समीक्षा की गई तथा आगे की चुनौतियों का सही ढंग से सामना करने के लिए पार्टी संगठन को हर प्रकार से चुस्त व दुरुस्त करने की हिदायत दी गई। बैठक को सम्बोधित करते हुये सुश्री मायावती ने कहा कि बाबा साहेब डा भीमराव अम्बेडकर की छह दिसम्बर को होने वाले पुण्यतिथि के कार्यक्रम संगोष्ठी के रुप में इस वर्ष भी आयोजित किये जायेंगे, जिसमें बड़े पैमाने पर लोगों की भागीदारी जरुरी है। इन संगोष्ठियों के माध्यम से बहुजन समाज के हाथों में सत्ता की मास्टर चाभी प्राप्त करने के लिए उनके द्वारा किये गये उनके प्रयासों व अनवरत संघर्षों का वर्तमान समय में महत्व आदि के सम्बन्ध में लोगों को जागरुक करने की जरुरत है, क्योंकि वर्तमान राजनीतिक वातावरण में खासकर दलित, आदिवासी, पिछड़े वर्ग व अल्पसंख्यक समाज के करोड़ों लोगों को उनके बुनियादी कानूनी व संवैधानिक हकों से वंचित रखने का हर प्रकार का षडयंत्र किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लखनऊ मण्डल के लोग पहले की तरह अपना श्रद्धा-सुमन गोमती नदी के तट पर स्थित भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल में ही आयोजित करेंगे।
सत्ता की मास्टर चाबी पर मायावती की निगाहें .... कहा- दलित, आदिवासी, पिछड़े वर्ग व अल्पसंख्यक समाज को हकों से किया जा रहा वंचित